दीवाली पर बोले प्रधानमंत्री, ऑस्ट्रेलियन समाज है गरम मसाला

एक दृश्य की परिकल्पना कीजिए. पैरामाटा का सुंदर विशाल पार्क, यहां चलता एक विशाल दीवाली मेला, मेले में हज़ारों की भीड़, तरह तरह के भारतीय खानों के पांडाल और मेले के केंद्र में चलते सांस्कृतिक कार्यक्रम, है ना एक शानदार दृश्य. ये खूबसूरत नज़ारा तब एक गौरवान्वित करने वाले क्षण में तब्दील हो जाता है जब ऐसे आयोजन में देश के प्रधानमंत्री सहित कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां एक साथ शिरकत करती हैं.

Prime minister in Diwali Mela Parramatta

Source: Gaurav Vaishnava

एक दृश्य की परिकल्पना कीजिए. पैरामाटा का सुंदर विशाल पार्क, यहां चलता एक विशाल दीवाली मेला, मेले में हज़ारों की भीड़, तरह तरह के भारतीय खानों के पांडाल और मेले के केंद्र में चलते सांस्कृतिक कार्यक्रम, है ना एक शानदार दृश्य. ये खूबसूरत नज़ारा तब एक गौरवान्वित करने वाले क्षण में तब्दील हो जाता है जब ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन, न्यू साउथ वेल्स की प्रीमियर ग्लेडीज़ बेरेजेकलियन देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी की उपनेता तान्या प्लीबरसेक, पैरामाटा के लॉर्ड मेयर, सहित कई एमपी इस आयोजन में मौजूद होते हैं.
Hindu Council Diwali Mela 2018
Source: Gaurav Vaishnava
कुछ ऐसा ही नज़ारा था हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित दीवाली मेले का.  जहां माहौल इतना खुशनुमा था कि देश से बाहर भारत की दीवाली को याद करने वाले लोग भी मानो इस मेले में रम गए थे.

सजे थे कई पांडाल

इस मेले में भारत के कई राज्यों से जुड़ा खाना मौजूद था जिसका यहां आए लोगों ने खूब लुत्फ़ लिया. और हम ये भी कह सकते हैं कि सबसे ज्यादा भीड़ यहां आकर खाना खाने वालों की थी.

खाने के अलावा यहां कई कंपनियों के पांडाल भी लगे थे. साथ ही थे कुछ धार्मिक पांडाल भी जहां लोग पूजा अर्चना कर रहे थे या फिर कृष्ण धुन में नाच गा रहे थे.
Hindu Council Diwali Mela 2018
Source: Gaurav Vaishnava
मेले के केंद्र से कुछ दूर रावण का एक बड़ा पुतला भी लगाया गया था.. जिसका बाद में दहन किया गया और आतिशबाज़ी की गई.

मेले के केंद्र में था सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंच, जहां पर भारत के कई राज्यों के सास्कृतिक झाकिंयों के अलावा खूब लगा बॉलीवुड डांस का तड़का.

 गरम मसाला है ऑस्ट्रेलियाई समाज- प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने अपने संबोधन की शुरूआत नमस्ते से की उन्होंने यहां मौजूद लोगों और देश वासियों को दीवाली की शुभकामनाएं दी. भारतीय समुदाय से अपने जुड़ाव दर्शाने के लिए उन्होंने अपने घर में खाना बनाने की एक कहानी सुनाई.
Prime Minister Scott morrison in Diwali mela
Source: Gaurav Vaishnava
उन्होंने कहा कि शनिवार को वो अगर घर पर होते हैं तो अक्सर वो ही खाना बनाते हैं और अपने खाने में वो गरम मसाले का प्रयोग करना नहीं भूलते. वो कहते हैं
“जब मैं गरम मसाला की बात कर रहा हूं तब मैं सोचता हूं कि ऑस्ट्रेलिया में पिछले कुछ शताब्दियों में हुआ इमिग्रेशन कितना सफल रहा है. ऑस्ट्रेलिया दुनिया का सबसे सफल ‘इमिग्रेशन नेशन’ है. ऑस्ट्रेलिया में दुनिया के सभी विचारों को जिया जाता है. और ये ही हमारे शहरों और समाज का ताना बाना है. और इसीलिए मुझे गरम मसाला याद आता है. गरम मसाला यानी कई मसालों का मिश्रण और ऐसा ही हमारा समाज है”
Premiere Gladys at Diwali Mela 2018
Source: Gaurav Vaishnava
न्यू साउथ वेल्स की प्रीमियर ग्लेडीज़ बेरेजेकलियन ने भी ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय की प्रशंसा की. उन्होंने खास तौर पर शिक्षा और पारिवारिक मूल्यों के प्रति भारतीय मूल के लोगों की संजीदगी की तारीफ़ की. उन्होने कहा कि दीवाली पिछले सालों ऑस्ट्रलिया में धूमधाम से मनाई जा रही है और अब ये ऑस्ट्रेलिया की मुख्य संस्कृति में शामिल हो गई है. उन्होंने कहा कि वो भी तब गौरवान्वित महसूस करती हैं जब वो ओपेरा हाउस जैसी ऐतिहासिक इमारत को दीवाली के रंगों में डूबा पाती हैं. क्योंकि ये पूरी दुनिया को ये संदेश देता है कि ऑस्ट्रेलिया न्यू साउथ वेल्स और भारत एक साथ हैं.
Labor deputy leader Tanya in Diwali Mela
Source: Gaurav Vaishnava
वहीं विपक्ष की उपनेता तान्या प्लीबरसेक ने भी अपने संबोधन की शुरूआत नमस्ते, सतश्री अकाल, केम छो और वणक्कम से की. उन्होंने कहा कि उनके दीवाली उत्सव की शुरूआत नए कपड़े खरीदने के साथ हुई है. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता भी एक प्रवासी के तौर पर 1950 के दशक में ऑस्ट्रेलिया आए थे उन्होंने कहा कि वो सभी उन सभी की धन्यवाद करती हैं जिन्होंने उनके माता पिता की तरह ऑस्ट्रेलिया को अपने नए घर के तौर पर चुना है. उन्होंने लेबर पार्टी के उस वादे को एक बार फिर दोहराया जिसमें कहा गया था कि लेबर पार्टी अगर आगामी चुनावों में जीतती है तो हिंदी सहित एशियाई भाषाओं को तरजीह दी जाएगी.

इस आयोजन में एक और भाषण चर्चा में रहा वो भाषण था बरार से एम पी जूलियन लीसर का जिन्होंने अपना पूरा भाषण हिंदी में दिया.  उन्होंने कहा कि प्रथम विश्व युद्ध में 12 भारतीय मूल के सैनिक ऑस्ट्रेलियन आर्मी से युद्ध में शामिल हुए थे और वो उनकी याद में अपने संसदीय क्षेत्र में एक स्मारक का विमोचन करने जा रहे हैं.  


Share
Published 5 November 2018 11:54pm
By गौरव वैष्णव

Share this with family and friends


Download our apps
SBS Audio
SBS On Demand

Listen to our podcasts
Independent news and stories connecting you to life in Australia and Hindi-speaking Australians.
Ease into the English language and Australian culture. We make learning English convenient, fun and practical.
Get the latest with our exclusive in-language podcasts on your favourite podcast apps.

Watch on SBS
SBS Hindi News

SBS Hindi News

Watch it onDemand