42 साल के नागरा की यह दुकान नॉर्थ टाइनीसाइड के वेस्ट अलॉटमेंट में है. जब उन्होंने दुकान का नाम Singhsburry रखा तो Sainsburry को नागवार गुजरा. नागरा ने दुकान का नाम बदलकर Morrisinghs रख दिया. और इस बार उनकी उस्तादी काम कर गई. Morrisons ने उनके नये नाम का समर्थन किया है. Morrisons के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि हमें इस नाम से कोई दिक्कत नहीं है. बीबीसी को Morrisons के प्रवक्ता ने कहा, "जाहिर है कि श्री नागरा और उनके ग्राहकों को अच्छी चीजें पसंद हैं, इसलिए हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं."
उधर Sainsburry के प्रवक्ता ने कहा, "हम नागरा साहब के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने दुकान का नाम बदल लिया."
नॉर्दन ईको को नागरा ने बताया कि लोग उनसे नाम के बारे में पूछते रहते थे. नॉर्दन ईको ने लिखा है, "जब पहला साइनबोर्ड उतारा गया तो लोग पूछते रहते थे कि क्या हुआ, नाम क्यों हटा दिया. सितंबर 2012 में जब मैं हनीमून पर गया था तब मुझे एक सेन्सबरी का पत्र मिला था जिसमें मुकदमे की धमकी थी. मैं तो था नहीं. मेरे परिवार ने वो पत्र देखा. उसमें लिखा था कि मुझे कितना पैसा देना पड़ सकता है. मेरे घरवालों ने फौरन साइनबोर्ड हटा दिया."
तब से उनकी दुकान बिना नाम के ही चल रही थी. वह नया नाम सोच रहे थे. पिछले हफ्ते उन्होंने नया नाम रख लिया. यह एक और उस्तादी थी. उनका नया नाम भी एक और सुपरमार्केट चेन जैसा था. Morrisons की तर्ज पर Morrisinghs. लेकिन इस नाम के लिए उन्हें मुकदमे की धमकी की बजाय तारीफ मिली. और साथ ही मिली पब्लिसिटी भी.